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स्तुति हो तेरी, हे ईश्वर! मैं कैसे तेरा उल्लेख कर सकता हूँ जबकि तू समस्त मानवजाति की प्रशंसा से परे, परम पावन है। महिमामण्डित हो तेरा नाम, हे ईश्वर, तू सम्राट है, अनन्त सत्य है; तू वह जानता है जो धरती और आकाश में है और सभी कुछ तेरी ही ओर वापस लौट जाना है। तूने एक स्पष्ट परिमाण के अनुरूप ईश्वर द्वारा आदेशित प्रकटीकरण को भेजा है। प्रशंसित है तू, हे स्वामी! धरती और आकाश, तथा जो कुछ भी इनके मध्य है, के देवदूतों के माध्यम से तू जिसे चाहे अपने आदेश से विजयी बनाता है। तू प्रभुसत्तासम्पन्न, अनन्त सत्य, अपराजेय शक्ति का स्वामी है।
महिमावंत है तू, हे स्वामी! जो तेरी क्षमा की याचना करते हैं तू अपने ऐसे सेवकों के पापों को सर्वदा क्षमा कर देता है। मेरे पापों को तथा उनके पापों को धो डाल जो भोर के समय में तुझसे क्षमा याचना करते हैं, जो दिन के समय और रात्रि बेला में तुझसे प्रार्थना करते हैं, जिन्हें ईश्वर के अतिरिक्त अन्य किसी की लालसा नहीं है, जो वह सब कुछ अर्पित कर देते हैं जो ईश्वर ने उन्हें कृपापूर्वक प्रदान किया है, जो प्रातः काल में तथा संध्या बेला में तेरी स्तुति करते हैं और जो अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह नहीं हैं। हे ईश्वर, तेरे नाम की स्तुति हो।
- The Báb