Return to BahaiPrayers.net
Facebook
हे तू क्षमाशील स्वामी ! तू ही अपने इन सभी सेवकों की शरण है। तू ही रहस्यों का ज्ञाता है, सर्वज्ञानी ! हम बेसहारे हैं, तू ही शक्तिमान है, सर्वसमर्थ ! हम पतित हैं, तू पतितपावन है, हे कृपालु, हे दयालु स्वामी ! हमारे दोषों की ओर न देख, हमें अपनी दया और कृपा दे। हमारे दोष अनेक हैं, तू असीम दया का सागर है; हम दुर्बल हैं, दुःख से भरे हैं, तू सदासहाय है! हमें शक्ति दे, समर्थ बना। हमें इस योग्य बना कि हम तेरी पावन देहरी तक पहुँच सकें। हमारे हृदय प्रकाशित कर दे, हमें देखने योग्य दृष्टि प्रदान कर, सुनने योग्य कान दे, मृतप्राय जनों को पुनर्जीवित कर, रोगियों को रोग मुक्त कर। निर्धन को धन, भयाक्रान्तों को शांति और सुरक्षा दे। अपने साम्राज्य में हमें स्वीकार कर, अपने मार्गदर्शन से हमारे अन्तर्मन को आलोकित कर दे। तू बलशाली और सर्वसमर्थ है। तू ही उदार और दयालु है।
- `Abdu'l-Bahá